जौलजीबी मेला हमारी बड़ी सांस्कृतिक धरोहर : धामी
मुख्यमंत्री धामी ने किया ऐतिहासिक व व्यापारिक जौलजीबी मेले का शुभारंभ
पिथौरागढ़। काली और गोरी नदी के संगम पर स्थित जौलजीबी में प्रसिद्ध जौलजीबी मेले का रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला हमारी बड़ी सांस्कृतिक धरोहर है। जौलजीबी मेले को और अधिक विकसित व सुविधायुक्त किया जाएगा, जोकि भारत-नेपाल के मैत्री संबंधों को एक करने का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैंने इस भूमि में जन्म लिया है। मैं यहां जब भी आता हूं मुझे अच्छा लगता है और अपार प्यार मिलता है।
इस मौके पर उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि विगत चार महीनों में प्रदेश के हित में 400 से अधिक फैसले लिए हैं। इन सभी फैसलों का शासनादेश भी जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने जो भी घोषणाएं की हैं उन्हें धरातल पर उतारा भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र की महत्वपूर्ण बरम से कनार तक सड़क का निर्माण किए जाने को वन विभाग से अनापत्ति भी मिल गई है। शीघ्र ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने माना कि आपदा राहत राशि कम है, वह यह मानते हैं। मगर आपदा राहत के सभी मानकों में धनराशि बढ़ाए जाने को भी भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। राज्य स्तर पर पूर्व में आपदा के दौरान घर पर पानी आ जाने व आंशिक नुकसान पर जो 3800 रुपये दिए जाते थे अब उसे बढ़ाकर 5000 कर दिया गया है। भवन क्षति की धनराशि भी बढ़ाकर 1 लाख 50 हजार कर दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष आने वाली आपदाओं की रोकथाम को राज्य में एक आपदा अनुसंधान संस्थान खोलने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है।