पिथौरागढ़। आल वैदर रोड पर घाट-पिथौरागढ़ के बीच एक सड़क हादसे में दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई जबकि कार सवार तीसरे व्यक्ति का सोमवार शाम तक पता नहीं चल पाया। जिलाधिकारी सोमवार अपराह्न खुद घटनास्थल पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य तेज करवाया। इस दुर्घटना का पता सोमवार दोपहर के आसपास चला। अनुमान है कि कार सोमवार और रविवार की मध्य रात्रि किसी समय खाई में गिरी।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दिल्ली से एक कार के जरिए तीन लोग पिथौरागढ़ लौट रहे थे। हादसाग्रस्त कार सवारों के बारे में जानने वालों ने बताया कि उनकी कार ने सोमवार रात करीब 10 बजे दन्या पार किया। इधर संभावित समय पर पिथौरागढ़ नहीं पहुंचने पर जब कार सवारों को उनके परिजनों और परिचितों फोन ने करना शुरू किया तो घंटी जाने के बावजूद फोन नहीं उठा। इन परिस्थितियों में कई बार फोन किया गया और घंटी बजती रही, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
इधर सोमवार दोपहर बाद एक वाहन के गुरना मंदिर के पास खाई में गिरने की सूचना सोशल मीडिया पर तैरने लगी। कुछ देर बाद आपदा नियंतण्रकक्ष और जिला प्रशासन की तरफ से भी वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना जारी की गई। शाम करीब सवा 5 बजे जिला प्रशासन की ओर से दुर्घटना स्थल के पास गहरी खाई से दो शवों के मिलने की पुष्टि की गई। मौके पर पुलिस टीम, एसडीआरएफ और 108 एंबुलेंस सहित बचाव दल मौके पर जुटा था। खुद जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान भी रेस्क्यू कार्य का जायजा लेने मौके पर गए।
देर शाम दो शवों को खाई से निकाल कर जिला अस्पताल की मोर्चरी में लाया गया, जिसमें मृतक धीरज सौन, उम्र करीब 23 साल और नीरज सौन उम्र लगभग 36 साल दोनों निवासी बीसाबजेड़, पिथौरागढ़ शामिल हैं। दोनों चचेरे भाई थे। लापता तीसरा व्यक्ति इनकी बुआ का लड़का बताया जा रहा है, जो गुरना-इग्यारहदेवी क्षेत्र पिथौरागढ़ निवासी सुरेंद्र सिंह मेहता उम्र करीब 38 साल है। गहरी खाई होने और अंधेरा हो जाने के चलते देर शाम बचाव कार्य काफी मुश्किल बना हुआ था। हादसे से क्षेत्र में शोक की लहर है। जिला पंचायत उपाध्यक्ष कोमल मेहता ने दुर्घटना पर के गहरा दु:ख व्यक्त किया है।