देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि -‘‘2022 के चुनाव उनके कारनामों और हमारे कामों के बीच होगा।’’
सोमवार को हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में सीएम ने कहा कि उनकी पार्टी ‘ किया है, करती है करेगी सिर्फ भाजपा’ के नारे के साथ , केंद्र सरकार के साढ़े सात साल के कामों और प्रदेश सरकार के पांच साल के कामों को लेकर जनता के पास जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बीते पांच साल में उत्तराखंड को ऑल वैदर रोड, रेल मार्ग जैसी एक लाख करोड़ से अधिक की परियोजनाएं दीं। उनकी सरकार ने बीते छह महीने में पांच सौ से ज्यादा फैसले लिए और अधिकांश के शासनादेश जारी कर उन्हें धरातल पर उतारा।
पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कि विपक्ष के एक भी ढंग के आरोप हैं या कोई मुद्दा है तो वह बताए। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस और करप्शन एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश की जनता कांग्रेस के काले खूनी पंजे को सत्ता से दूर रखेगी।
उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने कभी । स्व.सीडीएस जनरल बिपिन रावत को गली का गुंडा बोला दिया था, वे वोटों की राजनीति करते हुए सैनिकों के सम्मान का ढोंग कर रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा हाल में की गई राजनैतिक नियुक्तियों को उन्होंने संवैधानिक तौर पर जरूरी बताया और कहा कि खुद के नेतृत्व पर कहा कि वह हाल में क्रिकेट मैच खेलते हुए हाथ तो तुड़वा बैठे थे, लेकिन आउट नहीं हुए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल खनन मामले में पीआरओ की दोबारा नियुक्ति को मुद्दा बना रहे लेकिन जांच में आरोपों को गलत पाया गया। उन्होंने कहा कि अस्सी के दशक में जिनको लेकर लकड़ी-लीसा-बालू चोर नारे लगे वे उन पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड की खैरख्वाह होने का नाटक कर रही। सच ये है कि वह उत्तराखंड राज्य गठन के विरोध में हुआ करती थी।
विभागों में तबादलों पर कहा कि हजारों सिफारिशें इसमें आई थीं। तबादले सब कुछ देख-भाल के कुछ सौ ही किए। ये प्रशासनिक कामकाज का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति ये है कि सूप तो बोले सो बोले, छलनी भी बोले। शीशे के घरों में बैठ के दूसरों पर पत्थर मार रही। उसके राज में कल्याणी पर डंपर चढ़ाने की कोशिश खनन माफिया लोगों ने की गई थी। पुष्कर ने राजनैतिक नियुक्तियों को कार्यकर्ताओं के दबाव का नतीजा मानने से इंकार करते हुए कहा कि संवैधानिक आयोगों , परिषदों की कुर्सियों को खाली नहीं छोड़ा जा सकता है।
सीएम ने कहा कि नेगेटिव-पजिटिव तो हर पार्टी में चलता रहता है। अंत में जो पजिटिव होता है, वह सही होता है। अबकी बार 60 सीट पार बीजेपी का नारा और मंशा है। सौ दिन के वादे के बाद भी पांच साल में लोकयुक्त की नियुक्ति न होने के सवाल पर कहा कि ये सवाल वही उठा रहे, जिनके राज में लोकायुक्त की दरकार थी। उन्होंने पत्रकारों से ही सवाल किया क्या उन्हें लगता है कि भाजपा सरकार में लोकायुक्त की जरूरत थी। इस मौके पर अध्यक्ष मदन कौशिक और महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान आदि मौजूद रहे।