बैठक में रावत ने कहा कि राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए सभी राजकीय मेडिकल कालेजों एवं जिला अस्पतालों में एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड सुविधाएं उपलब्ध कराने व टेक्निकल स्टाफ नियुक्त करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिये। जिला अस्पताल, संयुक्त चिकित्सालयों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मरीजों की सहायता एवं अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए गठित रोगी कल्याण समिति में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी।
डा. रावत ने आज स्वास्थ्य महानिदेशालय में विभागीय उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में निर्देश दिये कि मेडिकल कालेजों एवं अस्पतालों में लम्बे समय से रिक्त चल रहे स्टाफ नर्स के 2800 पदों, एएनएम के 824 पदों को वषर्वार भरा जाए। इसके साथ ही एनएचएम के अंतर्गत स्वीकृत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के 664 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को शीघ्र सम्पन्न करने के लिए उन्होंने कहा। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की सहायता एवं अस्पतालों के बेहतर संचालन के लिए गठित प्रत्येक स्तर की समितियों में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी। जिसमें विधायक, ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि नामित किये जायेंगे। इसके लिये संबंधित समिति के नियमों में संशोधन के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं।
विभागीय मंत्री ने कहा कि शासन एवं महानिदेशालय स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों को एक-एक जनपद का भ्रमण करने तथा आवंटित जनपदों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट महानिदेशक को सौपेंगे। इसके अलावा राजकीय मेडिकल कालेजों एवं राजकीय चिकित्सालयों में आईपीएचएस मानकों के अनुरूप पैरा मेडिकल स्टाफ, टेक्निकल स्टाफ एवं एमटीएस कार्मिकों के ढांचे का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये।
रक्तदान अमृत महोत्सव के अंतर्गत संचालित ब्लड डोनेशन कार्यक्रम की समीक्षा करे हुये विभागीय मंत्री ने अधिकारियों को अधिक से अधिक रक्तदाताओं के पंजीकरण कराने पर जोर दिया। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 41348 रक्तदाताओं का पंजीकरण करा दिया गया है जो कि निर्धारित लक्ष्य के 83 फीसदी है। स्वैच्छिक रक्तदान कराने के लिये महाविद्यालयों एवं विविद्यालयों में रक्तदान शिविर आयोजित किये जायेंगे।
बैठक में प्रभारी सचिव डा. आर. राजेश, चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के चैयरमैन डा. डीएस रावत, कुलपति मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रो. हेम चंद्र, अपर सचिव चिकित्सा शिक्षा गरिमा रौंकली, अमनदीप कौर, प्रभारी महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, निदेशक एनएचएम डा. सरोज नैथानी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. आशुतोष सयाना के अलावा विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।