होलिका दहन 6 को तो छरोली 7 को:ममगांई
चमोली। आचार्य शिव प्रसाद ममगांई ने कहा है कि 6 मार्च को होलिका दहन तो 7 मार्च को छरहोली होगी।
होली को लेकर चल रहे सशंय पर प्रसिद्ध आचार्य ममगांई ने कहा कि इस वर्ष फाल्गुन पूर्णिमा केवल पहले दिन 6 माह को ही प्रदोष व्यापिनी है। 7 मार्च को वह उत्तरी भारत में प्रदोष को बिल्कुल स्पष्ट नहीं रह रही है। 6 मार्च को प्रदोष काल जो कि लगभग 18 घंटे 25 मिनट से 25 घंटे 25 मिनट तक रहेगा। भद्रा से व्याप्त है और भद्रा निश्चिथ अर्धरात्रि से कहीं जाकर अगले दिन 5.14 से 29.14 तक समाप्त हो रही है। अगले दिन 7 मार्च को यद्धपि पूर्णिमा सार्ध त्रियाम व्यापिनी 3.30 प्रहर से अधिक व्याप्त है परंतु प्रतिपदा तिथि ह्रास गामिनी (प्रतिपदा का मान पूर्णिमान के मान से कम होने के कारण) होने से पहले 6 मार्च को प्रदेश प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा में भद्रा मुख पुच्छ का विचार न करके भद्रा में ही प्रदोष काल में होलिका दहन किया जाएगा। यदि प्रदोष काल में भद्रा मुख हो तो भद्रा के बाद अथवा प्रदोष के बाद होलिका दहन किया जाएगा। यदि दोनों दिन पूर्णिमा प्रदोष को स्पष्ट न करें तो पहले दिन भद्रा पुच्छ में होलिका दहन होगा। यदि यहां भद्रा पुद्धछ भी न मिले तो प्रदोष के अंनतर होलिका दीपन करें। उन्होने कहा कि होलिका दहन 6 मार्च को ही होगा। कहा कि 8 को होली का कोई मुहूर्त ही नहीं है।