9 मई 2012 – तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने गोपेर तथा गैरसैंण जनसभाओं में तत्कालीन सांसद सतपाल महाराज के आग्रह पर गैरसैंण में 2 अक्टूबर को कैविनेट बैठक के आयोजन की घोषणा की किंतु चुनावी आचार संहिता के चलते इस बैठक को 3 नवंबर 2012 को आयोजित करने का निर्णय लिया गया। 3 नवंबर 2012 – देहरादून से गैरसैंण आते वक्त तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा, स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल व सांसद सतपाल महाराज ने गैरसैंण में विधान सभा भवन बनाने पर हेलीकाप्टर में ही बनाई सहमति। 3 नवंबर 2012 – गैरसैंण में कैविनेट बैठक में विधान सभा भवन गैरसैंण में भी बनाने का निर्णय। शिलान्यास 14 जनवरी 2013 को किए जाने की तिथि की घोषणा। 14 जनवरी 2013 – गैरसैंण में तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा द्वारा विधान सभा भवन का शिलान्यास। 9 नवंबर 2013 – तत्कालीन विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल तथा उपाध्यक्ष डा अनुसूया प्रसाद मैखुरी द्वारा भराड़ीसैंण में विधान सभा भवन निर्माण के लिए भूमि पूजन। 12 जून 2014 – तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भराड़ीसैंण में मिनी सचिवालय बनाए जाने की घोषणा की। गैरसैंण में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए गैरसैंण विकास परिषद के गठन का किया ऐलान। 9-11 जून 2014 – गैरसैंण में तंबुओं में विधान सभा सत्र का संचालन। 2-3 नवंबर 2015 – गैरसैंण के पॉलीटेक्निक में चला विधान सभा सत्र। 17-18 नवंबर 2016 – भराड़ीसैंण विधान सभा भवन में चला विधान सभा सत्र। 7-8 दिसंबर 2017 – भराड़ीसैंण में चला विधान सभा का शीतकालीन सत्र। 20-26 मार्च 2018 – भराड़ीसैंण में चला विधान सभा का बजट सत्र। 2 मार्च 2020 से भराड़ीसैंण में बजट सत्र का आगाज। 4 मार्च 2020 को सीएम त्रिवेंद्र रावत ने की गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा। 9 नवंबर 2020- सीएम त्रिवेंद्र रावत ने गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी के लिए 25 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा की। 1 मार्च 2021 से गैरसैंण में चला विधान सभा का बजट सत्र। 4 मार्च 2021- सीएम त्रिवेंद्र रावत ने की गैरसैंण कमिश्नरी की घोषणा। 8 मार्च 2021- को गैरसैंण में बजट सत्र का समापन।