तीन मंत्री व विधायक पॉजिटिव, सीएम के ओएसडी की मौत
एम्स में भर्ती सीएम के ओएसडी गोपाल रावत ने उपचार के दौरान तोड़ा दम
देहरादून। जनपद देहरादून में कोरोना का खतरा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। पिछले एक पखवाड़े से ऐसा दिन कोई नहीं जबकि यहां पर रोजाना संक्रमण के ढ़ाई-तीन सौ से अधिक मामले न मिल रहे हो। मंगलवार को भी जनपद में 368 और लोग कोरोना की चपेट में आये हैं। इनमें एक मंत्री व दो विधायक भी शामिल हैं। अस्पतालों में तैनात डाक्टर, नर्सेज, लैब टेक्नीशियन व अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी आए दिन कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। गांधी शताब्दी अस्पताल में तैनात एक डाक्टर आज संक्रमित मिला है। वहीं दून मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में भी पांच तकनीशियन संक्रमित मिले हैं। उधर, सैन्य तंत्र में भी कोरोना की घुसपैठ बढ़ती जा रही है। क्योंकि सेना के अधिकारी व जवानों के अलावा सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे जेंटलमैन कैडेट भी कोरोना की चपेट में आने से बच नहीं पा रहे हैं।
कुल मिलाकर जनपद में अब कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा ग्यारह हजार से अधिक यानी 11362 हो गया है। हालांकि इनमें से अब तक 6923 लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि 4150 एक्टिव मरीज उपचाराधीन हैं। एक्टिव मरीजों में भी आधे से अधिक होम आइसोलेशन पर हैं। क्योंकि सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में बेड फुल होने से नए मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं है। दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय व एम्स ऋषिकेश में भी पिछले कई दिन से हाउसफुल जैसी स्थिति बनी हुई है। यहां तक कि गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को आईसीयू बेड भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। वहीं कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का ग्राफ भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जनपद में अब तक 252 मरीजों की मौत हो चुकी है। आज भी दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में पांच और एम्स ऋषिकेश में दो मरीजों ने दम तोड़ा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) गोपाल सिंह रावत की भी उपचार के दौरान मौत हो गई है। वह कोरोना संक्रमित थे और एम्स ऋषिकेश में उनका इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि मंगलवार शाम को उनका निधन हो गया है।