जितना पानी बहाएंगे, उतना ही भरना पड़ेगा बिल
देहरादून। उत्तराखंड में अधिक पानी बहाने वाले को अधिक तो कम उपयोग करने वाले को कम बिल देना पड़ेगा। अब पानी के बिल सभी को एक समान नहीं भरने पडें़गे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसके लिए ठोस योजना बनाने के आदेश दिये हैं। सचिवालय में आयोजित एक बैठक में आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों से कहा कि लोगों को गुणवत्तायुक्त पेयजल मिले और पानी के उपभोग के अनुसार ही बिल भी लिया जाए। इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी के मीटर लगाने के साथ ही पानी की खपत के आधार पर ही लोगों से चार्ज लिया जाए। उन्होंने इसके लिए एक सरल और स्पष्ट नीति बनाने के साथ ही, मानकों का निर्धारण करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में मात्र एक रुपये में पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है।
इस योजना के तहत उत्तराखण्ड के सभी ग्रामीण परिवारों को पीने का स्वच्छ पानी नल द्वारा पहुंचाया जायेगा। जल संस्थान, स्वजल एवं पेयजल निगम को इसके लिए कार्यदायी एजेंसी बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में अब तक पानी के बिल सभी को बराबर देना होता है। बैठक में अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, सचिव नितेश झा, शैलेष बगोली, सौजन्या, अपर सचिव नीरज खैरवाल, नगर आयुक्त देहरादून विनय शंकर पाण्डे आदि उपस्थित थे।