अब तोताघाटी पर हाईवे खुलने पर टिकी लोगों की निगाहें
चमोली। ऑलवेदर रोड़ कटिंग के चलते बंद पड़े तोताघाटी पर सड़क खुलने पर अब लोगों की नजरें टिकी हैं। दरअसल बदरीनाथ हाईवे पर ऋ षिकेश तथा साकनीधार के बीच तोताघाटी में ऑलवेदर रोड़ कटिंग का काम चल रहा है। इस कारण यह मार्ग ऋ षिकेश से मलेथा तक आवाजाही बंद होने के कारण लोगों को मलेथा से टिहरी चंपा होते हुए आवाजाही करनी पड़ रही है। लंबे समय से टिहरी होते ही आवाजाही से लोगों की मुश्किलें दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं। हालांकि जिला पंचायत पूर्व सदस्य लखपत सिंह भंडारी को 17 सितंबर को लिखित आासन दिया गया था कि 8 अक्टूवर को राजमार्ग पर आवाजाही शुरू हो जाएगी। अब सबकी निगाहें बुधवार को इस हाईवे से आवाजाही शुरू होने पर टिक गई हैं। वैसे भी बदरीनाथ मार्ग पर तोताघाटी पहले से ही सड़क कटिंग को लेकर चुनौती बनी रही है। तोताघाटी में हालांकि बताया जा रहा है कि कटिंग के दौरान पहाड़ी को काफी ध्वस्त कर दिया गया है। इसके बावजूद मौजूदा तकनीक के दौर में भी तोताघाटी पर रोड़ चौड़ीकरण एक बड़ी चुनौती बनी रही। 60 के दशक में जब तोताराम ठेकेदार ने इस सड़क को बनाने का बीड़ा उठाया तो तब उन्हें भी बड़ी चुनौती से जूझना पड़ा था। ऋ षिकेश से 60 के दशक में जब सड़क का निर्माण शुरू हुआ तो तब हार्डरॉक के कारण कोई भी ठेकेदार उस पर टेंडर डालने से भाग खड़ा हुआ। तोताघाटी पर सड़क बनाना किसी चुनौती से कम नहीं था। उस दौर में मशीनों के अभाव में भी तोताराम ठेकेदार ने सडक बनाने का बीड़ा उठाया। हालांकि सड़क कटिंग में तोताराम ठेकेदार को भारी नुकसान उठाना पड़ा और ठेकेदार तोताराम को अपनी पूंजी को इस सड़क पर लगानी पड़ी। हालांकि तोताराम की हिम्मत के चलते ही सड़क निर्माण में सफलता मिली। इसके चलते ही इस स्थान को तोताघाटी नाम दिया गया। दिलचस्प बात यह भी है कि तोताघाटी सरकारी गजट में भी दर्ज है।