जनपद की 35 प्रतिशत से अधिक आबादी जूझ रही पेयजल संकट से
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जनता की 35 फीसदी से अधिक आबादी गंभीर पेयजल संकट से जूझ रही है। सबसे बुरी स्थिति जखोली विकासखंड की है, जहां भरदार पट्टी के सौंराखाल, घेंघडखाल, रौंठिया समेत 18 ग्राम पंचायतें और सिलगढ़ पट्टी की 12 ग्राम पंचायतें डेढ़ दशक से पेयजल की आश में दूरस्थ स्रेतों की दौड़ लगा रही हैं। इन ग्राम पंचायतों के लिए वर्ष 2006 में जवाड़ी-रौंठिया व तैला-सिलगढ़ पेयजल योजना स्वी.त हुई थी, लेकिन आज तक ये योजनाएं पूरी नहीं हो पाई हैं। ग्राम पंचायत रौंठिया के 200 परिवारों को निर्माणाधीन योजना से हफ्ते में तीन दिन ही कुछ घंटे पानी मिल रहा है। यहां, पानी भरने के लिए ग्रामीणों के द्वारा प्लास्टिक के 20 से 50 व 100 लीटर के ड्रम रखे हुए हैं। ग्राम प्रधान सुमन देवी, देवराज सिंधवाल, रवींद्र सिंह, गोपाल सिंह आदि का कहना है कि डेढ़ दशक बीत जाने के बाद भी पेयजल योजना पूरी नहीं हो पाई है। दरमोला में भी ग्रामीण पेयजल की आस में स्टैंड पोस्ट पर घंटों लाइन में खड़े होने को मजबूर हैं। सिलगढ़ पट्टी के पंद्रोला गांव के लिए कोई पेयजल योजना नहीं है। प्रत्येक परिवार के एक व्यक्ति की नदी से पानी जुटाने की जिम्मेदारी रहती है।