सेना भर्ती रैली में पकड़े गये यूपी के 50 मुन्ना भाई
1600 मीटर की दौड़ भी कर चुके थे पार
कोटद्वार। कौडिया स्थित विक्टोरिया क्रास गब्बर सिंह कैंप में चल रही सेना भर्ती रैली के 13वें दिन देहरादून जनपद के चकराता, विकासनगर, त्यूणी तहसील की भर्ती में यूपी के अलीगढ़, देवबंद, सहारनपुर, मथुरा, बुलन्दशहर आदि क्षेत्रों के लगभग 50 युवाओं को फर्जी दस्वावेजों के साथ पकड़ा गया। सेना की खुफिया टीम ने युवकों से पूछताछ के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि युवकों ने दलालों के माध्यम से 10 से 30 हजार रूपये में प्रमाण पत्रों को बनवाया था। शुक्रवार की सेना भर्ती रैली में उत्तर प्रदेश के करीब 50 युवक फर्जी दस्तावेजों के साथ आये थे। खुलासा तब हुआ जब सुबह साढे नौ बजे सेना के अधिकारी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच कर रहे थे। तब भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों ने सूचना सेना के उच्चाधिकारियों को दी। तब सभी युवकों को सेना द्वारा एक जगह पर बैठाकर सख्ती के साथ पूछताछ की गयी। जांच में उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र, मूल निवास तक फर्जी पाये गये जो कि उत्तराखंड से बनाये गये थे। पता चला है कि सभी युवको ने दलाल के माध्यम से फर्जी दस्तावेज बनाये थे। यहां तक कि फर्जी दस्तावेज के साथ पकडे गये युवाओं ने 1600मीटर की दौड़ भी पास कर ली थी। सेना के खुफिया विभाग ने सख्ती से पूछताछ करने पर युवाओं ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, देवबंद, सहारनपुर, मथुरा, बुलन्दशहर जिलों के रहने वाले हैं और देहरादून में एक दलाल ने उन्हें सेना में भर्ती का लालच दिया तब उन्होने आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र दस्तावेज बनाने को दलालों को 10 से 30 हजार रूपय तक दिये थे। सेना के खुफिया इकाई इस पूरे मामले की तह में जाने में जुटी है। सेना के भर्ती निदेशक कर्नल विनीत बाजपेयी ने कहा कि भर्ती रैली में पूरी पारदर्शिता अपनाई जा रही है। कहा युवा दलालों के बहकावें में न आवे।