किसानों के समर्थन में उक्रांद का 24 घंटे का उपवास
देहरादून। कृषि सुधार बिलों को निरस्त करने की मांग को लेकर पिछले डेढ़ माह से आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ता शनिवार को 24 घंटे के उपवास पर बैठे। दल के संरक्षक त्रिवेन्द्र सिंह पंवार के नेतृत्व में घंटाघर स्थित स्व. इंद्रमणि बडोनी की प्रतिमा के सामने उपवास पर बैठे उक्रांद कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि किसानों का हित देखते हुए तीनों कृषि कानूनों में जो खामियां हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से दूर किया जाए। उपवास समाप्ति पर यूकेडी कार्यकर्ता रविवार सुबह को केंद्र सरकार का पुतला दहन करेंगे। इस मौके पर दल के पदाधिकारियों का कहना था कि कृषि कानूनों के विरोध में देशभर के किसान आंदोलित हैं। सर्द मौसम में भी किसान दिल्ली बार्डर पर रात गुजारने को मजबूर हैं। पर केंद्र सरकार किसानों के हित में कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही है। चिंता की बात यह कि कई दौर की वार्ता होने के बाद भी मामले का हल नहीं निकाला गया है। कहा कि मोदी सरकार की हठधर्मिता के आगे देश का अन्नदाता झुका नहीं है। इससे साफ है कि तीनों कृषि कानून निरस्त होने के बाद ही किसान अपना आंदोलन खत्म करेंगे। कहा कि आंदोलन में शामिल हुए कई किसान अब तक अपनी जान दे चुके हैं। फिर भी मामले का समाधान नहीं किया जा रहा है। उलटा केंद्र सरकार के मंत्री व भाजपा नेता उलजुलून बयानबाजी कर आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। उपवास पर बैठने वालों में दल के वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन, एसएस पांगती, जय प्रकाश उपाध्याय, सुनील ध्यानी, बहादुर सिंह रावत, किशन सिंह रावत, अशोक नेगी, राजेन्द्र बिष्ट, शिव प्रसाद सेमवाल, संजय बहुगुणा, नितिन सैनी, राकेश बिष्ट आदि शामिल रहे।