विकास कायरे के लिए हमेशा याद रहेंगे डा. मैखुरी : रावत
गैरसैंण। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता हरीश रावत ने विधान सभा भवन भराड़ीसैंण के मुख्य द्वार का नामकरण पूर्व डिप्टी स्पीकर डा.अनुसूया प्रसाद मैखुरी के नाम करने पर जोर दिया। गैरसैंण में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उन्होंने कहा कि डा.मैखुरी द्वारा कर्णप्रयाग विधान सभा क्षेत्र के लिए किए गए विकास कायरे को हमेशा याद रखा जाएगा। भराड़ीसैंण में पूर्व सीएम रावत ने विधान सभा भवन के मुख्य द्वार पर बैनर लगा कर पूर्व डिप्टी स्पीकर डा.अनुसूया प्रसाद मैखुरी के नामकरण पर जोर दिया। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता लखपत बुटोला, प्रदेश सचिव मुकेश नेगी समेत तमाम कांग्रेसी मौजूद रहे। बुधवार को गैरसैंण में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में डा मैखुरी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए पूर्व सीएम ने श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में लोगों के आने पर शुक्रिया अदा करते हुए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जो भी धरती पर आया है उसे एक दिन जाना ही है। यह सृष्टि का नियम है। दिवंगत डा.मैखुरी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का जाना बहुत तकलीफ पहुंचाता है। डा.मैखुरी का जाना उनके परिजनों समेत कांग्रेस को बड़ी तकलीफ दे गया है। कहा कि मौजूदा दौर में कांग्रेस से भी बढ़ कर गैरसैंण को उनकी बड़ी जरूरत थी। उन्होंने गैरसैंण को एक मिशन के रूप में लिया था। कर्णप्रयाग विधान सभा क्षेत्र के लिए किए गए विकास कायरे को सदियों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने राजधानी बनाने की शुरूआत की। अब किसी भी राजनीतिक दल की हिम्मत नहीं कि कहीं और राजधानी की बात कर सके। पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि भराड़ीसैंण में विधान सभा परिसर के लिए जमीन चयन से लेकर भराड़ीसैंण के विकास में डा.मैखुरी का बड़ा योगदान रहा है।