पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में उतरा उक्रांद
देहरादून। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने भी अपना समर्थन दिया है। बृहस्पतिवार को केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि एक ओर कई साल तक सरकारी सेवा करने वाले कार्मिकों की पेंशन बंद कर दी गई है। वहीं दूसरी तरफ सिर्फ पांच साल के लिए चुने जाने वाले सांसदों व विधायकों की पेंशन में लगातार वृद्धि की जा रही है। कहा कि यूकेडी इस प्रक्रिया का पुरजोर विरोध करता है। कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा द्वारा जो आंदोलन किया जा रहा है दल उसके समर्थन में खड़ा है। कहा कि नई पेंशन योजना में सेवानिवृत्त होने के बाद प्राप्त धनराशि गुजारे लायक भी नहीं होती है। कार्मिक की सेवाकाल में मृत्यु होने पर मिलने वाली परिवारिक पेंशन भी बहुत कम है। पुरानी पेंशन योजना में प्राप्त जीपीएफ सुविधा से कर्मचारी को ऋण लेने की छूट थी, जो कि नई पेंशन स्कीम में कहीं नही है। यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जनता से चुनकर देश की संसद में पहुंचने वाले सांसद कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की बात करने में न जाने इतना क्यों हिचक रहे हैं। भविष्य के लिहाज से प्रत्येक सरकारी कर्मचारी इस योजना में स्वयं को ठगा महसूस कर रहा है। जिसके कारण कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश है। बुढापे के सहारे के लिए हजारों कर्मचारी सड़को पर हैं। कहा कि प्रदेश का ग्राम्य जीवन आज भी पुरानी पेंशन पर निर्भर है। भविष्य में भी यह आत्मनिर्भरता बनी रही इसके लिए पुरानी पेंशन बहाल की जानी चाहिए। पत्रकार वार्ता में केंद्रीय प्रवक्ता सुनील ध्यानी आदि भी मौजूद रहे।