घाट में आपदा के कहर से हर तरफ तबाही का मंजर
चमोली। घाट के लोगों पर बादल फटने का कहर बरपने से मकानों तथा दुकानों में मलवा ही मलवा फैल गया है। इस कारण व्यापक क्षति पहुंचने से लोग आपदा की तबाही से बुरी तरह टूट गए हैं। आपदा में 31 मकानों तथा 25 दुकानों में मलवा भरने से बड़ा नुकसान पहुंचा है। बीते मंगलवार को विनसर की पहाड़ी पर बादल फटने से पलपाणी तोक में तबाही मच गई। इसके चलते भूस्खलन से मलवा तीन दिशाओं की ओर फैल गया। दैवीय आपदा की इस घटना में घाट बैंड बाजार में एक्सचेंज के पास कुंवर कालोनी के ऊ पर का कहर टूट पड़ा। इसी तरह घाट बैंड के तिराहे से लेकर तहसील रोड़ तक दुकानों तथा मकानों में मलवा भर गया। भेंटी पुल से बांजबगड़ की तरफ मकानें तथा दुकानें मलवे की जद में आ गई। इससे मकानों को तो क्षति पहुंची ही अपितु दुकानों में मलवा भरने से सामान बर्बाद हो गया। इससे लोगों की वर्षो की कमाई एक झटके में बर्बाद हो गई। लोग अब इस घटना से इस कदर टूट पड़े हैं कि आगे की राह मुश्किलों भरी दिखाई दे रही है। दैवीय आपदा के कारण घरों व दुकानों में बरसाती पानी व मलवा भरने के साथ ही पेयजल तथा विद्युत आपूर्ति ठप्प हो गई। इस कारण पैदल रास्ते भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मलवे में 2 मवेशी भी मरे हैं।
दैवीय आपदा में दुकानदारों के साथ ही मकान मालिक भी आपदा के कहर से अब बुरी तरह टूट पड़ गए हैं। गनीमत यह रही कि सवा 5 बजे सायं की घटना में लोग जान बचान के लिए इधर-उधर भाग गए। किसी तरह लोग बाल-बाल बच तो गए किंतु इस आपदा ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है। आलम यह है कि घाट में मकानों तथा दुकानों में मलवा ही मलवा जमा होने से लोगों का आपदा से उबरना मुश्किल भरा साबित हो रहा है। व्यापार संघ घाट के अध्यक्ष चरण सिंह नेगी ने कहा कि आपदा ने मकान मालिकों, दुकानदारों तथा किराएदारों को कहीं का नहीं छोड़ा है। इससे लोगों का उबरना कठिन सा हो गया है। उन्होने सरकार से आपदा पीड़ितों को संकट से उबारने के लिए मदद की गुहार लगाई है। इस बीच डोजरों से घाट एक्सचेंज से बैंड तिराहे तक का सड़क का मलवा हटा दिया गया है। इसी तरह भेंटी पुल से बांजबगड की तरफ मलवे को हटाने की कवायद जारी है। घाट बैंड तिराहे से तहसील रोड़ मलवे से पूरी तरह पट गई है।अभी दुकानों तथा मकानों से मलवा हटाने में लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। बहरहाल इस घटना से घाट के लोग दहशत में हैं। ज्यादातर लोगों पर अब रोजी रोटी की आसमानी गाज गिरने से भविष्य की राह मुश्किलों भरी होने जा रही है।