पौड़ी। रविवार रात अंधेरे में करीब साढ़े तीन बजे बैंग्वाड़ी गांव के निकट झालीमाली में बादल फटने से राजमार्ग पर भारी मलवा आ गया। इस घटना में एक स्कूटी लापता हो गई जबकि मलबे से एक बाइक बरामद की गई। सड़क पर खड़ी एक कार को भी नुकसान पहुंचा है। मलबे में दबी एक गोशाला से तीन मवेशियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। गधेरे में भारी मलवा व पत्थर आदि आने के कारण राजमार्ग करीब पांच घंटे तक बाधित रहा। घटना गांव से दूर घटित होने के कारण किसी प्रकार की जनहानि होने से बच गई। पौड़ी के आस पास रविवार रात करीब दो बजे से ही बारिश व तेज हवाओं से मौसम भवावह हो उठा था। आसमान में हो रही भारी गर्जनाओं के बीच अचानक पौड़ी से सात किलोमीटर दूर पौड़ी श्रीनगर राजमार्ग पर बैंग्वाड़ी गांव के निकट बादल फटने की घटना घट गई। इस घटना में झालीमाली गधेरे में भारी उफान आ गया। पानी के तेज वेग के साथ मलबा व पत्थरों से पूरा गधेरा व राजमार्ग पट गया। भारी मलबा आने से पौड़ी-श्रीनगर राजमार्ग के समीप पार्क किये गए दो दुपहिया वाहन लापता हो गए थे। जिनमें रेस्क्यू के दौरान एक बाइक बरामद कर ली गई। लेकिन स्कूटी अभी भी लापता है। ग्रामीण प्रफ्फुल मंमगाई की कार को नुकसान पहुंचा है। साथ ही उनकी गौशाला की एक ओर की दीवार को भी नुकसान पहुंचा है, लेकिन गौशाला में बंद तीनों गायों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। ग्राम प्रधान मधु खुगशाल ने बताया कि घटना की सूचना समय पर आपदा कंट्रोल रुम, पुलिस व राजस्व विभाग को दे दी गई थी। पुलिस व अन्य समय पर पहुंच गए थे। लेकिन क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक घटना के चार घंटे बाद साढ़े सात बजे तक भी नहीं पहुंचे। जो उनकी आपदा की घड़ी में घोर लापरवाही है। प्रधान खुगशाल ने कहा कि राजस्व उपनिरीक्षक की गैरजिम्मेदार कार्यशैली को लेकर जिला प्रशासन से पहले भी लिखित व मौखिक शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कोतवाल पौड़ी विनोद गुसांई ने बताया कि पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच रेस्क्यू अभियान चलाया। कहा कि सुबह पौने नौ बजे पौड़ी-श्रीनगर राजमार्ग पर यातायात सुचारु कर लिया गया।