नई टिहरी। आल वेदर रोड चौडी तो हो गई लेकिन इस दौरान कई खतरनाक भूस्खलन ने निकल आये है जो वष्रात के दिनो मे खतरनाक सावित हो सकते है । कई स्थान यात्रा के लिए सुरक्षित नही है । इन स्थानो पर चट्टानो के कमजोर पड़ने पर आये दिनो यहां पर भूस्खलन का खतरा बना रहता है ।
गंगोत्री व बदरीनाथ राजमार्ग की ऑलवेदर रोड में 60 डेंजर जोन निकल आये है । सुरक्षित और आसान सफर के लिए बनाई गई ऑलवेदर रोड में भी सफर करना जोखिम भरा बना है। ऋषिकेश-गंगोत्री और बदरीनाथ राजमार्ग पर 60 खतरनाक दुर्घटना संभावित डेंजर जोन चिह्नित किए गये। प्रशासन ने निर्माणदायी कंपनियों को जल्द इन डेंजर जोन पर सुरक्षा प्रबंध करने के लिए कहा है ।
टिहरी जिले में ऑलवेदर रोड का निर्माण अपने अंतिम दौर में है, लेकिन इस राह पर भी सडक अभी भी वाहन चालकों के लिए खतरा बनी हुई है। मानसून शुरू होने से पहले बीते मार्च माह में जिला प्रशासन ने ऋषिकेश-गंगोत्री और ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग के टिहरी जिले में पड़ने वाले हिस्से का सव्रे कराया था। इस सव्रे में गंगोत्री राजमार्ग पर 23 और बदरीनाथ राजमार्ग पर 37 दुर्घटना संभावित स्थल चिह्नित किए गए।
जिला प्रशासन व एआरटीओ की संयुक्त टीम ने इन स्थानों पर सव्रे किया है इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी है । निर्माण के दौरान कुछ कमियां होने के कारण दुर्घटना के खतरो को इंगित किया है। बीआरओ, एनएच के अधिकारियों को भी इस सूचना से अवगत कराया गया है । जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्व ने बताया कि जिले में सड़कों की रुटीन की रिपोर्ट तैयार की गई है । चंबा से कांडीखाल के बीच दुर्घटना संभावित क्षेत्र में निर्माण एजेंसियों को सुरक्षा प्रबंध करने को कहा गया है । मानसून सीजन से पहले यह कार्य किये जाने है ।