तम्बाकू पर राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन
देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य तंबाकू नियंतण्रसेल, इंटरनेशनल यूनियन एगेंस्ट ट्यूबरकुलोसिस एंड लंग्स डिजीज (द यूनियन) के सहयोग से बुधवार को बालाजी सेवा संस्थान ने तंबाकू निषेध पर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन होटल पेसफिक सुभाष रोड में किया गया।
इसमें 9 जिलों के पुलिस अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, एनजीओ के प्रतिनिधि उत्तराखण्ड तम्बाकू फ्री कोएलिशन के सदस्यो ने प्रतिभाग किया। इसका उद्देश्य राज्य में कोटपा एक्ट को पूरी तरह लागू करवाने के लिए प्रयास करना था। कार्यशाला का उद्घाटन महानिदेशक अशोक कुमार, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. प्रीति बहुगुणा, डा. सरोज नैथानी, राष्ट्रीय हेल्थ मिशन एवं आईपीएस स्वेता चौबे के द्वारा किया गया।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि युवाओं में नशे के लत तेजी से फैल रही है उत्तराखण्ड में नशे के व्यापार का दायरा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने नशे के खिलाफ आपरेशन मुक्ति भी शुरु किया है। नशे की रोकथाम के लिए हर स्तर पर जागरूकता एवं प्रयास होना जरूरी है। द यूनियन दिल्ली के अधिकारी डा. राणा जे. सिंह ने तंबाकू के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की एवं उत्तराखण्ड को कैसे स्मोक फ्री किया जा सकता है उस पर अपने विचार व्यक्त किये।
डा. अमित यादव ने कहाकि एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में हर वर्ष 70 लाख लोग तंबाकू जनित रोगों से मर रहे हैं। अकेले भारत में यह आंकड़ा 12 से 15 लाख के बीच है। उत्तराखण्ड में 26.5 फीसद लोग किसी न किया प्रकार से तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। बाला जी सेवा संस्था से कार्यपालक निदेशक अवधेश कुमार ने सभी से तंबाकू मुक्त उत्तराखण्ड बनाने का आह्वान किया। कार्यशाला का संचालन ममता थापा के द्वारा किया गया एवं उनके द्वारा जिला वाइज प्रोसेस रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा की गयी।