पार्क में मुख्यमंत्री ने शहीद होने पर वनकर्मी को 15 लाख मुआवजा देने की बात कही
3 years ago newsadmin मुख्यमंत्री ने शहीद होने पर वनकर्मी को 15 लाख मुआवजा देने की बात कही
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सभी टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क, जू, कंजर्वेशन रिजर्व और नेचर पाकरें में 18 साल तक के बच्चों को मुफ्त सैर कराने की घोषणा की है। इसके साथ ही एक लाख युवाओं को वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी, ट्रेकिंग, नेचर गाइड आदि की ट्रेनिंग देकर स्वरोजगार से जोड़ने और वन कर्मी के शहीद होने पर 15 लाख रुपये देने की बात भी कही है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को दून जू में वन्यजीव सप्ताह के उद्घाटन के अवसर पर उक्त घोषणा की। उन्होंने राज्य में सीएम यंग ईको प्रेन्योर स्कीम भी लांच करने की घोषणा भी की। इसके तहत एक लाख युवाओं को वनों से जोड़कर स्वरोजगार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड का 71 प्रतिशत भू-भाग वन क्षेत्र है। यहां के स्थानीय लोगों के आर्थिक सुदृढीकरण के लिए वन्य जीव एंव पर्यावरण के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि 18 साल तक के बच्चों को फ्री एंट्री से देश भर के करीब 45 करोड़ युवाओं को फायदा होने की उम्मीद है। इसके साथ ही इससे राज्य का पर्यटन भी बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक लाख युवाओं को वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी, ट्रेकिंग, नेचर गाइड आदि की ट्रेनिंग देकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि वन और वन्यजीवों को बचाना हमारा नैतिक कर्तव्य है और वन पर्यावरण से ही हमारी पहचार भी है इसलिए प्रत्येक उत्तराखंडी को अपने क्षेत्र के जंगलों को आग से भी बचना है। वन मंत्री डा. हरक सिंह ने कहा कि वन और उसकी संपदा बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है, जिस तरह से हम लगातार देश में वन्यजीवों के मामले में आगे बढ़ रहे हैं वह बेहद खुशी की बात है। हालांकि हमें और प्रयास करने होंगे। उद्योग मंत्री गणोश जोशी ने कहा कि हमें सिर्फ दिखावे के लिए कार्यक्रम ना करके जन-जन तक वन्यजीव संरक्षण का संदेश पहुंचाना होगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री और वन मंत्री ने बांज वन पोस्टर, बर्डस आफ इंडिया काफी टेबल बुक, ई बुक,कामन बटरफ्लाई आफ उत्तराखंड और राज्य के जहरीले सांप बुक का भी विमोचन किया। जू के रेंजर मोहन सिंह रावत ने बताया कि एक से सात बजे तक पर्यटकों के लिए जू में पपेट शो, एनिमेशन मूवी, पेंटिंग, मोबाइल फोटो ग्राफी, फेस पेंटिग सहित कई प्रतियोगिताओं को आयोजन होगा।
बच्चों के लिए इसमें फ्री एंट्री भी होगी। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव वन आनंद वर्धन, पीसीसीएफ राजीव भर्तरी, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ अनूप मलिक, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस सुहाग, सीएम के विशेष सचिव डा. पराग मधुकर धकाते, जू निदेशक पीके पात्रो, डीएफओ राजीव धीमान, कहकशां नसीम, रेंजर डा.उदय गौड़, राकेश नेगी और जितेंद्र गुसाईं सहित अन्य लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दौरान वनकर्मियों के परिजनों के लिए भी पाकरें में फ्री एंट्री की घोषणा की। वनकर्मियों ने तालियां बजाकर मुख्यमंत्री के निर्णय का स्वागत किया। उसी दौरान वन मंत्री डा. हरक सिंह ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पिछले लंबे समय से वनकर्मी शहीद होने पर 15 लाख रूपये देने की मांग कर रहे।
वनमंत्री ने पुलिसकर्मियों के शहीद होने पर उनके परिजनों को 15 लाख रुपये मिलने का उदाहरण देकर वनकर्मियों की मांग को जायज बताया। वन मंत्री ने बताया कि वन कर्मी ज्यादा रिस्क में नौकरी करते हैं। पिछले कुछ सालों में कई शहीद हो गए। लंबे समय से उनके परिजनों को भी 15 लाख रुपये देने की मांग हैं। लेकिन आज तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस पर विचार कररही है और जल्द इस पर निर्णय करने के बाद जीओ जारी किया जायेगा।