मुख्यमंत्री धामी ने कोरोना काल में बंद हुई सीएम आंचल अमृत योजना का पुन: किया शुभारंभ
3 years ago newsadminसरकार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की लंबित मांगों पर शीघ्र लेगी निर्णय
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोरोना काल में बंद हुई मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना को दोबार शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना का शुरू होना बच्चों के विकास एवं उन्हें पर्याप्त पोषण मिलने में बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कोरोना महामारी ने सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया। इससे यह योजना भी कुछ समय तक प्रभावित रही, जिसे अब दोबारा शुरू कर दिया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 11 बच्चों को दूध भी वितरित कर योजना का शुभारम्भ किया।
वृहस्पतिवार को रिंग रोड स्थित होटल में बाल विकास विभाग की तरह से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह वर्ष के बच्चों को सप्ताह में चार दिन निशुल्क फोर्टीफाइड मीठा एवं सुगंधित दूध मिलेगा । उन्होंने कहा इस योजना से प्रदेश के एक लाख 70 बच्चों को लाभ मिलेगा। साथ ही बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य में सुधार होगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री पोषण योजना के तहत एक लाख गर्भवती महिलाओं तथा 85 हजार धात्री महिलाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि वे आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की समस्याओं से अवगत है। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों से संबंधित प्रस्ताव शीघ्र कैबिनेट में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को रक्षाबंधन पर एक-एक हजार तथा कोरोना प्रोत्साहन पांच माह तक दो-दो हजार रूपए का भुगतान किया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने इस योजना को बच्चों के हित में फिर से प्रारंभ करने के लिए सीएम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने इस येजना के तहत पर्याप्त बजट भी स्वीकृत किया है। उन्होंने कहा यह योजना बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने में मददगार होगी तथा इससे प्रदेश को कुपोषण मुक्त प्रदेश बनने में भी मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का संक्षिप्त विवरण देते हुए सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास सचिव हरिचन्द्र सेमवाल ने बताया कि प्रदेश में सात मार्च 2019 को मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का शुभारंभ किया गया। योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने राज्य के समस्त आंगनवाडी केन्द्रों में आने वाले स्कूल पूर्व शिक्षा के तीन से छह वर्ष तक के बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ में सुधार के साथ-साथ कुपोषण दर कम करना तथा आंगनवाडी केन्द्रों में बच्चों की संख्या में वृद्धि किए जाने के उद्देश्य से यह योजना राज्य में प्रारंभ की गई। राज्य में लगभग कुल एक लाख 70 हजार लाभार्थी बच्चों को प्रतिमाह लाभान्वित करते हुए योजनांतर्गत कुल 6.33 करोड़ का व्यय किया गया। वित्तीय वर्ष 2021-22 में आंगनवाड़ी केन्द्रों में तीन से छह वर्ष के कुल दो लाख 56 हजार 199 बच्चों के उपयोगार्थ माह अक्टूबर से दिसम्बर 2021 के लिए चार करोड़ 33 लाख 33 हजार की धनराशि का अग्रिम भुगतान दुग्ध पाउडर की आपूर्ति के लिए डेरी विकास विभाग उत्तराखण्ड को किया गया। इस अवसर पर विधायक रायपुर उमेश शर्मा काऊ ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में प्रबंध निदेशक आंचल जयदीप अरोड़ा सहित आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।