G-KBRGW2NTQN पकड़ा गया किडनी कांड का मास्टरमाइंड – Devbhoomi Samvad

पकड़ा गया किडनी कांड का मास्टरमाइंड

देहरादून। करीब चार साल पहले प्रकाश में आए किडनी कांड के मुख्य आरोपी अक्षय राउत को गिरफ्तार किया है। चार वर्ष से फरार चल रहे 20 हजार के इनामी आरोपी की तलाश चल रही थी। पुलिस की टीम ने उसे असम से गिरफ्तार किया। जांच पड़ताल के दौरान मिले मोवाइल नंबर तथा बैंक संबंधित जानकारी के इस्तेमाल से पुलिस आरोपित तक पहुंच सकी।
इस मामले में सितंबर 2017 को सप्तऋषि हरिद्वार पुलिस चौकी के पास में पुलिस ने चेकिंग के दौरान पांच लोगों को पकड़ा गया था। आरोपितों से पूछताछ में किडनी रैकैट का खुलासा हुआ था। आरोपितों ने इसका मास्टर माइंड डा अमित राउत को बताया, जिसके बेटे अक्षय राउत को अब गिरफ्तार किया गया है। तब  गिरफ्तार आरोपितों ने बताया कि0 देहरादून एयरपोर्ट के पास स्थित सेंचुरी गंगोत्री अस्पताल में डा अमित राउत, डा अक्षय राउत, डा सुषमा दास, डा संजय दास, डा जीवन राउत की आदि का नाम प्रकाश में आया था। तब नामजद मुख्य आरोपी डाक्टर अमित राऊ त, डाक्टर जीवन राउत, नर्स सरला सेमवाल को पंचकूला हरियाणा से गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में डा अक्षय राऊ त उर्फ बाबी उर्फ अक्षय उर्फ अक्षय संतोष पुत्र डा अमित राउत उर्फ संतोष राउत चार वर्ष से फरार चल रहा था। अक्षय राउत चार वर्ष से फरार चल रहा था तथा उस पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित था। तलाशी के दौरान आरोपित की लोकेशन असम, पश्चिम बंगाल आदि मिली जिसके बाद इन राज्यों के लिए पुलिस टीम रवाना हुयी। पता चला कि आरोपित प्रिसटीन केयर में गुवाहाटी में प्रैक्टिस कर रहा था जिसे  र्रिचड अब्राहम लरेंस, गुवाहाटी दिसपुर असम से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर दून लाया गया। अक्षय राऊ त ने पूछताछ में बताया गया कि उसका जन्म 7 जनवरी 1982 में बांद्रा मुंबई में हुआ था, उसकी मां का नाम सुनीता राऊ त तथा पिता का नाम डाक्टर अमित राऊ त है।
 डा अमित राऊ त आयुर्वेदा से डक्टर हैं तथा माता होम्योपैथिक डाक्टर थी। पापा ने दूसरी शादी 1988 में पूनम नाम की महिला से की उनके दो बच्चे ईशान व मिशान है वह कनाडा में रहती है। पापा का मुंबई में सांताक्रुज में कौशल्या नर्सिंग होम के नाम से अपना क्लीनिक था, वहां पर वह ट्रांसप्लांट सर्जरी करते थे। पिता के भाई जीवन राऊ त भी साथ में रहते थे। महाराष्ट्र में मेरे पिता व उनके भाई पर कई केस दर्ज हो गए। वर्ष 2001 में एमबीबीएस की पढ़ाई यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंस तेलंगाना वारंगल महाराष्ट्र से की। वर्ष 2005 में पापा गुड़गांव में पूनम के साथ वहां किडनी ट्रांसप्लांट का केस कर वहां से भाग गए, तब बीच में पढ़ाई छोड़नी पड़ी। पिता के साथ डाक्टर जीवन राऊ त व डा अमित राऊ त भी किडनी ट्रांसप्लांट किया करते थे। डाक्टर जीवन राउत का परिवार गुड़गांव में ही रहता था, वहां भी उनकी पूरी टीम थी,  गुड़गांव सेक्टर 43/74 में उनका अपना ही हास्पिटल था, वहां केस करने के बाद वह नेपाल में वर्ष 2008 में पकड़ा गया था। नेपाल में सीबीआई द्वारा डाक्टर जीवन राउत को विदेशी करेंसी के साथ पकड़ा था।

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