पौड़ी कोषागार में गबन, लिपिक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज
पौड़ी। विभिन्न ट्रेजरियों में गबन के खुलासे के बाद अब पौड़ी कोषागार में भी गबन का मामला सामने आया है। इस मामले में कोषागार के एक लिपिक के विरुद्ध पन्द्रह लाख रुपये पेंशनरों के खातों से अन्य खातों में स्थानांतरित किये जाने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि श्रीनगर उप कोषागार के एक लिपिक के खाते में भी यह पैसा डाला गया था। कोषागार से कई पत्रावलियां भी गायब हैं।
मुख्य कोषागार पौड़ी में सेवारत लेखा लिपिक नितिन रावत पर आरोप है कि वह सर्वर पर उपलब्ध जानकारी में हेरफेर कर पेंशनरों की धनराशि को विभिन्न खातों में स्थानांतरित कर रहा था। अभी तक की जांच में ऐसे तीन से अधिक खाते सामने आये हैं, जिनमें पैसा डाला गया था। मुख्य कोषाधिकारी पौड़ी गिरीश चंद्रा ने बताया कि डाटा सेंटर से फिल्टर होने के बाद सूचना सामने आई कि पौड़ी मुख्य कोषागार में धनराशि पेंशनरों के खातों से गबन की जा रही है। जिसके बाद विभाग ने जांच में पाया कि तीन से अधिक खातों में अनाधि.त रुप से धनराशि डाली गई है। यह धनराशि लेखा लिपिक नितिन रावत व उप.कोषागार श्रीनगर के एक कार्मिंक के कुछ अलावा अन्य खातों में जा रही थी। प्राथमिक जांच में नितिन रावत द्वारा 15 लाख 36 हजार 362 रुपए के सरकारी धन के गबन की पुष्टि हुई है। जांच में कार्यालय से शासकीय पत्रावलियां भी गायब पाई गई हैं। घटना के बाद मामले में उप.कोषाधिकारी पौड़ी राजेश कुमार ने पुलिस को तहरीर सौंपी। पुलिस ने लेखा लिपिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। कोतवाल पौड़ी विनोद गुसांई ने बताया कि मुख्य कोषागार पौड़ी के लेखा लिपिक के खिलाफ सरकारी धन के गबन व सरकारी दस्तावेज गायब करने की धाराओं में मुकदजा दर्ज कर जांच शुरु कर ली गई हैं।