सरस्वती विद्या मंदिर घनसाली के छात्रों का एनएसएस कैंप प्रारंभ
सत्यप्रकाश डौंडिया ल
घनसाली। घनसाली में सैनिक विश्राम गृह में सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज घनसाली के छात्र छात्राओं का एनएसएस कैंप का विधिवत प्रारंभ हुआ है कार्यक्रम की शुरुआत बालिकाओं के लक्ष्य गीत से हुई।
उठे समाज के लिए उठे उठे जगे समाज के लिए जागे जागे
जिसमें विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री केदार सिंह भारत वर्तवाल जी के अध्यक्षता में संपन्न हुआ जिसमे बच्चों को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सामाजिक एवं रचनात्मक कार्यों के प्रति जागरूकता लाने के लिए सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ के अंतर्गत विशेष शिविर एनएसएस का शुभारंभ हुआ है।आज सैनिक विश्रम ग्रह घनसाली में विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में कहा की बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एनएसएस कैंप के अति महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा कि बच्चों में सामाजिक जागरूकता एवं सामुदायिक सहभागिता के साथ सामाजिक परिवेश के प्रति जागरूकता पैदा कैप का उद्देश्य के साथ बच्चों में सांस्कृतिक , सामाजिक सौहार्द की भावना विकसित करना है उन्होंने ब्लॉक के दूरस्थ गांव गंगी की संस्कृति का उदाहरण देते हुए कहा कि इस तरह के कैंप के माध्यम से विभिन्न गांवों की विभिन्न सरकारी योजनाओं को भी जानकारी होगी शिविर में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को शुभ कामनाएं दी है ।
इसी क्रम में सरस्वती शिशु मंदिर घनसाली के प्रधानाचार्य राकेश प्रसाद बहुगुणा ने कहा ने कहा कि इस शिविर के माध्यम से बच्चों में पर्सनल डेवलपमेंट व्यक्तित्व विकास के साथ गीत, व्याकरण पाठ , शिक्षा, उद्यमिता के कार्य और शैक्षिक ज्ञान की वृद्धि करना है साथ ही बच्चों में सेवा भाव और स्वयं सहभागिता एवं रचनात्मक व्यापारिक कार्यों के साथ समाज हित में सेवा के कार्य को करने के लिए समर्पण की भावना उत्पन्न होती है और इस कैंप में एक यादगार कैंप के रूप में भी छात्र अपने जीवन के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में याद करेंगे। गाय और बाघ की कहानी के द्वारा बच्चों को प्रोत्साहित किया है उन्होंने कहा उद्यमेन ही सिध्यंति कार्याणि ना मनोरथ ।
सा विद्या या विमुक्तए ।का भी पाठ पढ़ाया है। राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ विशेष शिविर एनएसएस कैंप में अपने सम्बोधन
सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य अजीत पाल बिष्ट जी ने इस शिविर में उपस्थित 46 बच्चों को विशेष अनुशासन के साथ 7 दिनों के दैनिक कार्य योजना को समझाया तथा उन्होंने बच्चों को बताया कि इस शिविर में व्यवस्थित रूप से उत्तम कार्य के साथ समय का पालन करें और अपने स्वास्थ्य की चिंता रखें और एनएसएस कैंप के माध्यम से अपने जीवन में नई ऊंचाइयों और सफलताओं के लिए सेवा का कार्य करें, विनोबा भावे के जीवन के प्रेरणादायक संदर्भ को बच्चों के समक्ष रखते हुए बच्चों के शिविर में सफलता का शुभकामनाएं प्रेषित की उन्होंने कहा युवा शक्ति राष्ट्र के निर्माता है युवा शक्ति संस्कारित और जागरूक होनी चाहिए विकसित राष्ट्र का निर्माण हो सके इस दौरान गीत प्रतियोगिता ,सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता ,लेखन प्रतियोगिता, चित्रकला के माध्यम से बालक बालिकाएं अपने अंदर छुपे कौशल को प्रस्तुत करने में नई पहल करेंगे ।इसी के साथ प्रधानाचार्य श्री बिस्ट जी ने सभी आगंतुक अतिथियों का आभार और धन्यवाद व्यक्त किया है। कार्यक्रम का संचालन जयकृत सिंह रावत के सफल संचालन में किया गया ।
मुख्य अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर मां शारदा की वंदना के साथ सभी अतिथियों का बैच अलंकरण,टीकाकरण कर माल्यार्पण द्वारा स्वागत किया गया बालिकाओं द्वारा सुस्वागतम गीत की प्रस्तुति दी गई
*आवाश्रीमान आसन बिराजा सुस्वागतम छा।*
राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ विशेष शिविर एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक प्रदीप डंगवाल जी के द्वारा एनएसएस कार्यक्रम की पृष्ठभूमि रखी गई और अवगत कराया गया कि एनएसएस कार्यक्रम सरकार के द्वारा कब से प्रारंभ किया गया और इसे 2000 से माध्यमिक स्तर पर पॉलिटेक्निक कॉलेजों पर भी प्रारंभ किया गया जिससे बच्चों में नई जागृति और सेवा भाव की भावना जागृत हो सके। कार्यक्रम दौरान सरस्वती विद्या मंदिर के अध्यक्ष केदार सिंह बर्टवाल, पदाधिकारी मुरारी गैरोला, सतीश सेमवाल, ,श्री अजीत पाल बिष्ट जी ,प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मंदिर घनसाली,सरस्वती शिशु मंदिर श्री राकेश प्रसाद बहुगुणा जी, तथा शिक्षक बन्धु श्री मोर सिंह रावत जी ,श्री जय कृत्त रावत जी, देवी प्रसाद भाट्ट जी, प्रदीप डंगवाल जी ,रामविलास बस्लियाल जी, विपिन पैन्यूली जी ,दिनेश पांडे जी, सत्य प्रकाश नेगी जी, जो कि एनएसएस कार्यक्रम के सहायक कार्यक्रम अधिकारी भी हैं, साथ ही पूर्ण सिंह सरांशी जी,केसर सिंह राणा जी ,श्रीमती दिव्या भंडारी जी, नारायण दत्त कीमोटी जी आदि सभी इंटर कॉलेज के शिक्षक गण व कर्मचारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं रंगारंग प्रस्तुतियां भी की गई जिन्हें मुख्य अतिथियों को के द्वारा अत्यंत प्रशंसा वाह मिली है। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम का सफल संचालन जय कृत सिंह रावत जी के द्वारा किया गया।