चमोली । चमोली में कोविड की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों के तहत कोविड सेंटरों में 63 बेड तैयार कर दिए गए हैं। इसके अलावा 8 एचडीयू, 2 पीआईसीयू तथा 10 एसएनसीयूएस बेड तैयार किए गए हैं। शुक्रवार को सीएम तीरथ रावत ने वीसी के माध्यम से जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक के साथ कोविड महामारी के नियंत्रण, वैक्सीनेशन तथा कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान चमोली जिले में तीसरी लहर की तैयारियों के बारे में सीएम को विस्तार से जानकारी दी गई।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य के सभी जिलों ने कोरोना महामारी में बेहतर काम किया है। आगे भी अच्छा काम करने की जरू रत है। कहा कि कोरोना की तीसरी लहर संभावित है। इसमें बच्चों के अधिक संक्रमित होने की आशंका है। इसके चलते उन्होने परिस्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी तैयारियों को समय पर पूरा करने पर जोर दिया। उन्होने पर्यटन एवं तीर्थाटन गतिविधियों के संचालन को लेकर भी तैयारियां पूरी करने को कहा। यात्रा मार्ग पर होटल, रेस्टोरेंट संचालकों, दुकानदारों एवं वाहन चालकों का वैक्सीनेशन पर जोर देते हुए सैंपलिंग बढाने तथा हर-घर तक मेडिसिन पहुंचाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में बुजुर्ग, दिब्यांगजनों को घर पर जाकर ही वैक्सीनेट करना होगा।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने जनपद में कोविड की रोकथाम के लिए संचालित कायरे के बारे की जानकारी देते हुए बताया कि तीसरी लहर के दृष्टिगत कोविड सेंटरों में 63 बेड तैयार किए गए है। इसके अलावा 8 एचडीयू, 2 पीआईसीयू तथा 10 एसएनसीयूएस बेड तैयार किए गए हैं। बताया कि उपकरणों की अतिरिक्त खरीद के लिए ऑर्डर कर दिया गया है। बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग के लिए 5 हजार वैक्सीन मिली है और एक अभियान के तौर पर पूरे यात्रा मार्ग पर दुकानदारों, वाहनों चालकों एवं यात्रा से जुडे लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। यात्रा मार्ग पर लगभग 3900 लोगों को वैक्सीनेशन के लिए चिन्हित किया गया है। गुरू वार तक 2600 लोगों को वैक्सीन लगा दी गई है। बदरीनाथ और पांडुकेर में लगभग 2015 लोग चिन्हित किए गए। इनमें 1674 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। बरसात के दृष्टिगत सभी सीएचसी व पीएचसी में ऑक्सीजन सिलेंडर एवं कॉंसेंटेंटर रखवाए गए है ताकि आपदा सीजन में कोई समस्या न रहे। पुलिस अधीक्षक यशंवत सिंह चौहान ने बताया कि यात्रा शुरू होने पर गौचर, पांडुकेर, देवदर्शनी बैरिकेटिंग पर सख्ती से चेकिंग की जाएगी। बदरीनाथ धाम में मॉनिटरिंग के लिए 25 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। इस दौरान अपर जिलाधिकारी हेमंत वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा केके अग्रवाल, एसीएमओ डा उमा रावत, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी मौजूद रहे।