प्रभारी स्वास्थ्य सचिव ने की स्वास्थ्य विभाग की वित्तीय व भौतिक प्रगति की समीक्षा
देहरादून। प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य महानिदेशालय में स्वास्थ्य विभाग की वित्तीय व भौतिक प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के सुढ़ीकरण को मद्देनजर रखते हुए दवाइयों की कमी को दूर करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। कहा कि चिकित्सा इकाइयों में रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए। नवसृजित व निर्माणाधीन चिकित्सा इकाइयों में भी पदों को सृजित कर उन्हें जल्द भरा जाए, ताकि आमजन को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
प्रभारी सचिव ने कहा कि प्राय: यह देखा जा रहा है कि स्वास्थ्य इकाइयों में दवाइयों की कमी है। इसलिए इन चिकित्सा इकाईयों मे आवश्यक दवाईयों की उपलब्धा सुनिश्चित की जाए। ताकि मरीजों को बाहर से दवाईयां न खरीदनी पड़े। दवाईयों की आपूर्ति के लिए यथासमय कार्य योजना बने और दवाईयों के स्टाक की पूरी जानकारी हो। इस दौरान उन्होंने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की समीक्षा भी की। कहा कि इन सेंटरों में 664 सीएचओ की नियुक्ति अगले 15 दिन के अंदर की जाए। ताकि आमजन को इन हेल्थ वेलनेस सेंटर का लाभ मिल सके।
जनपद हरिद्वार के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भगवानपुर में दवा जलाने के प्रकरण का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक को इसकी जांच कर तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलजा भट्ट, निदेशक डा. विनीता शाह, एनएचएम की निदेशक डा. सरोज नैथानी, अनु सचिव जसविंदर कौर, अपर निदेशक डा. यूएस कंडवाल, अपर निदेशक डा. मीतू शाह, प्रभारी अधिकारी डा. अजय कुमार, डा. पंकज सिंह, डा. अर्चना ओझा, डा. फरीदुजफर, डा. सुजाता सिंह, डा. अभय कुमार, डा. कुलदीप मतरेलिया आदि भी मौजूद रहे।