गुप्तकाशी। उत्तराखण्ड का प्रसिद्ध जाख देवता के नर पा मदन सिंह की असामयिक मौत से केदारघाटी में सन्नाटा पसरा है। पैतृक घाट पर पूरी विधि-विधान से उनके सुपुत्र नवीन ने मुखाग्नि देकर मृत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। आंतों में इंफेक्शन की वजह से वे कई दिनों से हॉस्पिटल में भर्ती थे। जनपद के ग्राम पंचायत देवशाल स्थित जाख मंदिर में प्रतिवर्ष 2 गते बैशाख को लगने वाले इस मेले में धधकते अंगारों पर नृत्य कर भक्तों की बलायें लेने वाले नर पा मदन सिंह अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा, देवत्व गुण और विराट व्यक्तित्व को हमेशा याद रखा जाएगा।
वह वर्ष 2003 से लगातार जाख देवता के अग्निकुंड में दहकते अंगारों पर नृत्य करते थे। मूलत: नारायनकोटि गांव निवासी मदन सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। क्षेत्र में रामलीला और श्रीमद् भागवत कथाओं में भी मदन सिंह बतौर जपार्थी रहकर भक्तों को आशीर्वाद देते थे। गत 4 माह से उनकी तबियत अधिक बिगड़ जाने से उनका इलाज चल रहा था। क्षेत्रीय विधायक मनोज रावत, पूर्व विधायक शैला रानी, दिनेश उनियाल, दिनेश बगवाड़ी, संजय शर्मा, वीरेंद्र असवाल, सच्चिदानंद, उत्तम भट्ट, महेंद्र देवशाली, जयवर्धन कांडपाल, समेत हजारों लोगों ने उनकी मौत पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दुख की इस घड़ी में पारिवारिक जनों को धैर्य दिलाने के लिए भगवान से प्रार्थना की है।